उसकी आत्मा अद्भुत रूप से पूर्ण है। स्थितियाँ का अनिश्चितता, उसे न तो डराती है। मेरे अंदर ही एकधुरी है जो अस्तित्व} से भरी हुई है। यह एक
तू ही मेरे साथ हो
यह दुनिया अजीब थी, परंतु जब आप मेरे साथ हो तो यह सब बेहतर लगता है। कोई पल, जब मैं और तुम साथ रहते हैं, तो दुनिया और भी खास बनती हैं। अपनापन �